Jharkhand State Paramedical Council, Ranchi, Jharkhand, India
Academics JSPC

Examination

काउन्सिल द्वारा आयोजित किये जाने वाले परीक्षा नियमावली/ विवरणी।

कांउन्सिल में वर्ष में दो बार परीक्षा लेने का प्रवधान है -

1. पारामेडिकल मुख्य परीक्षा, दिसंबर - इस परीक्षा में प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम वाले प्रशिक्षणार्थियों का एक वर्ष एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रम वाले प्रशिक्षणार्थियों का दो वर्ष की अवधि पूर्ण करने वालों को परीक्षा में शामिल किया जाता है तथा पूर्व के अनुतीर्ण प्रशिक्षणार्थियों को भी इस परीक्षा में भाग लेने की अनुमति दी जाती है।

2. पारामेडिकल परीक्षा, जून- इस परीक्षा मे पूर्व के सभी अनुतीर्ण एवं वैसे प्रशिक्षणार्थियों जो पाठ्यक्रम की अवधि पूर्ण करने बावजूद मुख्य परीक्षा में भाग नहीं ले पाते उन्हें भाग लेने की अनुमति दी जाती है।

परीक्षा "फी" -
क्रम. सं. शुल्क संरचना दर (₹ में)
1
समान्य/बी० सी० 1/बी० सी.० 2 रू० 2500/-
2
अनु० जाति/अनु० जनजाति रू० 1500/-
परीक्षा का स्थान - थ्योरी, मौखिक एवं प्रयोगिक परीक्षा लेने हेतु पूरे राज्य को छः जोन में विभक्त किया गया है।
जोन पारामेडिकल संस्थान
संथाल पंरगना फुलो झानो चिकित्सा महाविद्यालय, दुमका।
उत्तरी छोटानागपूर प्रंमण्डल - हजारीबाग में पड़ने वाले पारामेडिकल
संस्थान (धनबाद जिला छोड़कर)
शेख भिखारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, हजारीबाग
कोल्हान प्रमण्डल एम० जी० एम० एम० सी० एच० ,जमशेदपुर
दक्षिणी छोटानागपूर प्रमण्डल रिम्स, राँची
पलामू प्रमण्डल मेदनीराय चिकित्सा महाविद्यालय,मेदनीनगर,पालमू।
धनबाद जिला शहीद निर्मल महतो चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, धनबाद

थ्योरी परीक्षा चार दिनों में सम्मपन्न की जाती है। मौखिक एवं प्रयोगिक परीक्षा के लिये उक्त महाविद्यालयों में चलने वाले राजकीय पारामेडिकल संस्थानों के निदेशक/प्राचार्य/संयोजक को मौखिक एवं प्रायोगिक परीक्षा लेने के लिये अधिकृत किया जाता है, जिसकी अवधि समान्यतः 20 दिनों की होती है।

  • परीक्षा का अन्तराल- छः माह। एक परीक्षा के परीक्षाफल प्रकाशन के उपरान्त ही दूसरी परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
  • परीक्षा का माध्यम- प्रमाण पत्र पाठ्यक्रमों की परीक्षा हिन्दी में ली जाती है एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की परीक्षा अंग्रेजी में ली जाती है।
  • विषय- प्रमाण पत्र पाठ्यक्रमों की लिखित परीक्षा एक विषय का होता है एवं इसके अतिरिक्त मौखिक एवं प्रायोगिक परीक्षा ली जाती है।